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Sunday, November 29, 2009

यूएनआई टेलीविजन का उद्घाटन



यूएनआई टेलीविजन का उद्घाटन के दौरान लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार का आह्वान

समाज को बेहतर बनाने में मीडिया अपनी भूमिका निभाये

नयी दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने मीडिया से समाज को बेहतर बनाने में अपना योगदान देने का आह्वान करते हुये इस बात पर खेद व्यक्त किया कि आज मीडिया की प्राथमिकता सनसनीखेज खबरों में ही हो गयी और राष्ट्र हित में इस प्रवृति को तत्काल दूर किया जाना चाहिये।

श्रीमती मीरा कुमार ने यहां शनिवार को यूनाइटेड न्यूज आफ इंडिया (यूएनआई) की टेलीविजन सेवा - यूएनआई टेलीविजन का उद्घाटन करते हुये उम्मीद जतायी कि यूएनआई टेलीविजन आने वाले समय में देश के विकास और समाज की बेहतरी में अमूल्य योगदान देगा।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के साथ-साथ लोकतंत्र के चैथे स्तम्भ मीडिया को भी समाज को हर दृष्टि से बेहतर बनाने में अपना हर संभव योगदान देना चाहिये और इस मामले में किसी तरह का समझौता नहीं होना चाहिये।
इस मौके पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामेश्वर ठाकुर, केन्द्रीय इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह, कांग्रेस महासचिव जर्नादन द्विवेदी, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी और श्री मोतीलाल वोरा, जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव तथा भारतीय जनता पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद सहित राजनीति एवं सामाजिक क्षेत्र की अनेक जानी-मानी हस्तियां मौजूद थीं।
श्रीमती मीरा कुमार ने कहा, ‘‘आज देखा यह जा रहा है कि संसद की कवरेज के दौरान ज्यादातर समाचार चैनल एवं समाचार पत्र संसद में होने वाले शोर-शराबे, हंगामे, बर्हिगमन और नारेबाजी को ही प्रमुखता देते हैं जबकि संसद में होने वाले महत्वपूर्ण विचार-विमर्श एवं संसद में पारित होने वाले विधेयकों को दरकिनार कर देते हैं। ’’
उन्होंने कहा कि अगर मीडिया संसद में उठने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों तथा उन पर होने वाली बहस पर अधिक ध्यान दे तो यह समाज के लिये फायदेमंद हो सकता है।
श्रीमती मीरा कुमार ने कहा कि देश में 1961 में स्थापित यूएनआई ने अपने 48 वर्ष के सफर में मीडिया जगत में खास पहचान बनायी है और उसने देश के दूरदराज के इलाकों से प्रकाशित होने वाले लघु समाचार पत्रों के अलावा विश्व के कई देशों के मीडिया संस्थानों को सकारात्मक समाचारों को प्रमुखता के साथ संप्रेषित किया है।
उन्होंने कहा कि यूएनआई को देश की पहली ऐसी समाचार एजेंसी होने का भी गौरव प्राप्त है जिसने वित्तीय, शेयर बाजार और राष्ट्रीय स्तर के फोटोग्राफों और ग्राफिक्स के साथ-साथ विज्ञान एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र की जनहित की खबरों के प्रेषण में महारत दिखाई है।
इस मौके पर राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत विभिन्न मंत्रियों एवं नेताओं ने अपने बधाई संदेशों में यूएनआई टेलीविजन की सफलता की कामना करते हुये कहा कि यह सेवा इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनायेगा।
इस मौके पर श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मीडिया के लिये टीआरपी के बजाय आम आदमी का दर्द ज्यादा महत्वपूर्ण होना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज सोचना होगा कि मीडिया पूरी तरह से व्यापार में तब्दील हो जाये या उसका कोई सामाजिक सरोकार भी बचा रहे।
श्री शरद यादव ने सरकार से मीडिया पर निगरानी रखने के लिये कोई तंत्र विकसित करने की पहल करने की सलाह देते हुये कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो मीडिया को मिली मौजूदा आजादी लोकतंत्र को ही खा जायेगी। उन्होंने कहा कि आज समाचार चैनलों में समाचार कम और अश्लीलता एवं मनोरंजन ज्यादा है।

यूएनआई टेलीविजन
यूएनआई की टेलीविजन सेवा देश-विदेश में फैले अपने विशाल नेटवर्क और मंजे हुए पत्रकारों की बदौलत टेलीविजन चैनलों एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों को ताजे समाचारों एवं विश्लेषणों की आडियो वीडियो क्लिपिंग उपलब्ध करायेगी।
इस सेवा के जरिये टेलीविजन चैनलों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सही एवं संतुलित खबरों की कमी दूर होगी। यूएनआई के महाप्रबंधक एवं प्रधान संपादक अरुण कुमार भंडारी ने राष्ट्रीय हितों की कसौटी पर खरा उतरने वाली कवरेज के जरिये यूएनआई जिम्मेदार पत्रकारिता की सर्वोच्च परम्परा एवं आदर्शों को कायम रखेगी। हमारा उद्देश्य केवल मुनाफा कमाना नहीं है बल्कि देश की संस्कृति विविधता एवं उसकी संभावनाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना है।
देश में एजेंसी पत्रकारिता के क्षेत्र में एकाधिकार को समाप्त करने और स्वस्थ प्रतिद्वंदिता के साथ पक्षपात रहित समाचार कवरेज के पांच दशकों के इतिहास को कायम रखने वाली यूएनआई देश और विदेश में फैले अपने नेटवर्क के बूते पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को विभिन्न घटनाओं का अचूक और त्वरित कवरेज आधुनिक स्टूडियो और अत्याधुनिक तकनीक के जरिए मुहैया कराएगा और इसके जरिए प्रतिदिन 40 वीडियो और आडियो क्लिप सभी प्रमुख राष्ट्रीय तथा अंतराष्ट्रीय घटनाक्रमों को कवर करते हुए उपलब्ध कराई जाएगी। इनमें अंतर्राष्ट्रीय खबरों से जुड़े पैकेज के अलावा, कारोबार, खेल, मनोरंजन और स्टाक मार्केट आदि से जुड़े समाचार भी शामिल होंगे। यूएनआई टेलीविजन के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों से सकारात्मक फीचर रिपोर्टों की विशेष श्रृंखला भी आरंभ की जाएगी। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी और निजी क्षेत्रों में होने वाली विकास गतिविधियों से जुड़ी सूचनाओं को प्रमुखता देना है।
श्री भंडारी ने कहा कि हमारा जोर दूरदराज के उपेक्षित ग्रामीण और आदिवासी बहुल इलाकों पर होगी, जिनकी दुनिया से जुड़े समाचार खास खबरें जनरुचि के समाचार और विशेष समाचार अभी तक समाचार चैनलों के दरवाजे पर दस्तक नहीं दे पाए हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी और कठिनाई के इस दौर में श्यूएनआई टीवीश् की यह सेवा टेलीविजन न्यूज चैनलों के लिए आर्थिक बचत का एक बड़ा जरिया साबित होगी क्योंकि वर्तमान में दूर दराज के इलाकों तक अपना नेटवर्क कायम रखना उनके लिए काफी खर्चीला सौदा साबित होता है।

यूएनआई
गौरतलब है कि यूएनआई वर्तमान में एक हजार से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रही है और दुनिया के प्रमुख शहरों में उसके प्रतिनिधि हैं। यूएनआई का विदेशी न्यूज एजेंसियों के साथ खबरों के आदान प्रदान का समझौता है और इसकी सेवाएं अंग्रेजी और उर्दू में हैं। इसकी दो वेबसाइटों को पूरी दुनिया में आम व्यक्ति के साथ-साथ नीति निर्धारकों द्वारा भी देखा जाता है। एजेंसी की ग्राफिक्स और फोटो सेवा भी है। यूएनआई ने छोटे और मझोले समाचार पत्रों के लिए यूएनआई.नेट सेवा आरंभ की है और वित्तीय तथा संदर्भ, बैकग्राउंडर सेवा को नए कलेवर में पेश किया है।

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